2024 में पुलिस कांस्टेबल बनने के लिए कितनी पढाई चाहियेगी?

Constable banne ke liye kitna padhna padta hai: किसी भी राज्य पुलिस कांस्टेबल, पुलिस विभाग का सबसे छोटा पद होता है, और सबसे ज्यादा भर्ती इसी पद के लिए की जाती है।

जिसमे हाइट, चेस्ट और दौड के साथ साथ योग्यता भी जाची जाती है, इसलिए आपको पता होना चाहिए की आखिर इस साल में पुलिस कांस्टेबल बनने के लिए कितनी पढाई चाहिए।

इसकी लिखित परीक्षा में क्या क्या पूछा जाता है और किस विषयो की तयारी करके पहली बार में ही परीक्षा पास कर सकते है।

तो इसलिए हम आपको पुलिस कांस्टेबल के पढाई के बारे में विस्तार से बतायेगे, बस आप इस आर्टिकल को पूरा पढियेगा।

पुलिस कांस्टेबल बनने के लिए कितनी पढाई चाहियेगी? Constable banne ke liye kitna padhna padta hai

पुलिस कांस्टेबल बनने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से और किसी भी विषय से सिर्फ 12th पास होना जरुरी होता है और 12th में कम से कम 45% नंबर आने चाहिए।

फिर चाहे आपने12th, Math से, Arts से, commerce से किसी भी स्ट्रीम से की हो सभी पुलिस कांस्टेबल के लिए अप्लाई कर सकते है।

12वीं के बाद पुलिस की नौकरी के लिए करे ये डिग्री, मिलेगी तुरंत नौकरी।

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पुलिस कांस्टेबल बनने के लिए आयु सीमा कितनी होनी चाहिए ?

पुलिस कांस्टेबल बनने के लिए सामान्य जाति के उम्मीदवार की आयु सीमा 18 से 23 साल के बीच होनी चाहिए, OBC जाति वालो की आयु सीमा 18 से 26 साल और SC/ST जाति वालो की आयु सीमा 18 से 28 साल के बीच में होनी चाहिए।

पुलिस कांस्टेबल बनने के लिए क्या पढ़ना पड़ेगा ?

पुलिस कांस्टेबल बनने के लिए आपको हिंदी, सामान्य ज्ञान, मेन्टल एबिलिटी, रीजनिंग, मानसिक योग्यता परीक्षण इन विषयो की अच्छी तरह से तैयारी करनी होगी।

हिंदी में आपको गद्यांश से प्रश्न और उनके उत्तर, पत्र लेखन, शब्द ज्ञान, शब्दों का प्रयोग, विलोम शब्द, समानार्थी शब्द, वाक्य सुधार, मुहावरे, उपसर्ग, संधि, प्रत्यय, अलंकार, छन्द आदि इन टॉपिक को अच्छी तरह से तैयार करना होगा।

इसके बाद सामान्य ज्ञान में राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय घटनाये, भारत और उसके निकटवर्ती देशो के बारे में, वैज्ञानिक प्रगति/विकास, किताबें और उनके लेखक, खेल-एथलीट से संबंधित ज्ञान, सामयिकी, महत्वपूर्ण तिथियाँ, मानव अधिकार, पर्यावरण और शहरीकरण, भारतीय अर्थव्यवस्था और संस्कृति, भारत और विश्व भूगोल, भारतीय कृषि इन सभी टॉपिक को अच्छी तरह से कवर करना होगा।

रीजनिंग में समरूपत, समानता, खाली स्थान भरना, निर्णायक क्षमता, विभेदन क्षमता, समस्या को सुलझाना, विश्लेषण निर्णय, पर्यवेक्षण, अंकगणितीय तर्क, अंकगणितीय संख्या श्रृंखला, शब्द और आकृति वर्गीकरण, अवधारणा जैसे टॉपिक की तैयारी करनी पड़ेगी।

संख्यात्मक क्षमता विषय में संख्या पद्धति, दशमलव और भिन्न, अनुपात और समानुपात, महत्तम समापवर्तक और लघुत्तम समापवर्तक, सरलीकरण, प्रतिशत, साधारण ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज, लाभ और हानि, औसत, छूट, टाइम और वर्क, टाइम और दूरी, मेन्सुरेशन जैसे टॉपिक को कवर करना होगा।

वही मानसिक योग्यता परीक्षण में तार्किक आरेख, प्रत्यक्ष ज्ञान बोध, अक्षर और संख्या श्रृंखला, संकेत – सम्बन्ध विश्लेषण, शब्द और वर्णमाला, व्यावहारिक ज्ञान परीक्षण, दिशा ज्ञान परीक्षण, प्रभावी तर्क, आंकड़ों का तार्किक विश्लेषण आदि टॉपिक को पढ़ना होता है।

और बुद्धिलब्धि विषय में सम्बन्ध,सम्बन्ध व आंशिक समानता परीक्षण, दिशा ज्ञान, रक्त सम्बन्ध, श्रृंखला पूरी करने, संकेत लिपि और सांकेतिक लिपि, वर्णमाला, समय – क्रम परीक्षण, वेन आरेख और चार्ट, गणितीय योग्यता परीक्षण, क्रम में व्यवस्थित करना इस तरह के टॉपिक को पढ़ना पड़ता है।

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