SDM जिसका पूरा नाम “Sub Divisional Magistrate” होता है जिन्हे हिंदी में “उप प्रभागीय न्यायाधीश” कहते है।
अब बहुत से कैंडिडेट 12th से ही SDM बनने का सपना देखने लगते है, लेकिन सही जानकारी नहीं होने की वजह से उन्हें नहीं पता होता की आखिर SDM कैसे बना जाता है, इसके लिए कौनसा एग्जाम देना पड़ता है और SDM बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए।
तो चलिए एक एक करके आपके सभी सवालों का जवाब जानते है।
SDM बनने के लिए क्या योग्यता चाहिए ?
SDM बनने के लिए किसी भी विषय से सिर्फ ग्रेजुएशन पास होना जरुरी है, और कैंडिडेट की आयु सीमा 21 से 40 साल के बीच में होनी चाहिए।
SDM बनने के लिए आयु सीमा कितनी होनी चाहिए ?
SDM बनने के लिए कैंडिडेट की आयु सीमा 21 से 40 साल के बीच में होनी चाहिए। जिसमे OBC वालो को 3 साल की छुट दी जाती है जिसके अनुसार OBC वालो के लिए आयु सीमा 21-43 साल के बीच में होनी चाहिए, और इसी तरह SC/ST वालो को 5 साल की छुट दी जाती है जिसके अनुसार SC/ST वालो के लिए आयु सीमा 21-45 सालके बीच में होनी चाहिए।
SDM बनने के लिए कौनसी परीक्षा देनी पड़ती है ?
SDM दो तरह की परीक्षा देने के बाद बन सकते है, एक है UPSC की सिविल सर्विस परीक्षा देकर और दूसरी राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित CSE परीक्षा के द्वारा।
इन दोनों तरह की परीक्षा पास करके कोई भी कैंडिडेट SDM बन सकता है।
SDM के लिए कितने पेपर होते है ?
SDM बनने के लिए सबसे पहले प्रारम्भिक परीक्षा पास करनी होती है, जिसके बाद मुख्य परीक्षा और फिर इंटरव्यू पास करना होता है।
प्रारम्भिक परीक्षा में दो पेपर होते है पहला पेपर General Studies का और दूसरा Civil Services Aptitude Test का, इनमे Civil Services Aptitude Test (CSPT) के नंबर नहीं जोड़े जाते, क्युकी यह क्वालीफाइंग पेपर होता है।
फिर मुख्य परीक्षा में आठ पेपर होते है, जिनमे एक हिंदी का, दूसरा निबंध का, बाकि चार सामान्य अध्ययन के और दो वैकल्पिक पेपर होते है।
वैकल्पिक पेपर में 29 सब्जेक्ट में से आपके द्वारा चुने गए विषय के ही पेपर होते है।
SDM के पेपर में कौनसे विषय होते है ?
SDM के प्रारम्भिक परीक्षा में दो General Studies और Civil Services Aptitude विषय होते है जबकि मुख्य परीक्षा में हिंदी, निबंध, सामान्य अध्ययन और आपके द्वारा चुने गए विषयो को दो वैकल्पिक पेपर होते है।
SDM बनने के लिए कितनी रैंक होनी चाहिए ?
SDM बनने के लिए रैंक, उस साल निकलने वाले खाली पदों और परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों पर निर्भर करती है, लेकिन फिर भी 1 से 20 रैंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों को SDM के पद के लिए चुना जाता है, जिसके बाद उनका इंटरव्यू लिया जाता है जिसे पास करने के बाद ही SDM बन पाते है।
एसडीम की 1 महीने की सैलरी कितनी होती है ?
SDM को शुरुवात में 50,000 से 60,000 रूपये के लगभग प्रति माह वेतन मिलता है, जो साल दर साल बढ़ता जाता है, इसके साथ रहने के लिए आवास, सरकारी गाडी, कूक, माली, सुरक्षा गार्ड जैसी सुख सुविधाएं भी मिलती है।