Pashudhan Uttar Pradesh: पशुधन उत्तर प्रदेश समय समय पर अभियार्थीयो के लिए अलग अलग पदों पर भर्तियाँ निकलता रहा है जिसके लिए हजारो कैंडिडेट अप्लाई करते है और इनकी तरफ से किसानो के लिए भी समय समय पर योजनाए चलाई जाती है जिससे की किसान उनका लाभ उठाकर अपने जीवन स्तर को ओर बेहतर बना सके।
भारतीय पशुपालन निगम लिमिटेड
डॉ. वर्गीस कुरियन स्मृति पशुधन विकास प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना भारतीय पशुपालन निगम लिमिटेड के अधीनस्थ की गई है | गैर सरकारी क्षेत्र की पब्लिक कंपनी भारतीय पशुपालन निगम लिमिटेड की स्थापना डॉ. वर्गीस कुरियन के गौरवशाली इतिहास से प्रेरित हो कर उनकी स्मृति में पशुपालको को पशुपालन व्यवसाय में सही मार्गदर्शन एवं उनके अधिक आर्थिक लाभ हेतु की गई है | इसी कारण केंद्र का नाम डॉ. वर्गीस कुरियन की स्मृति में रखा गया है | भारतीय पशुपालन निगम लिमिटेड पशुपालकों व पशुओं के हित में कार्य कर रहा है|
विभाग | उत्तर प्रदेश पशुधन |
स्थापना | 2009 |
पुरानी वेबसाइट | www.pashudhanuttarpradesh.com |
ऑफिसियल वेबसाइट | https://bharatiyapashupalan.com/ |
पता | उत्तर क्षेत्रीय कार्यालय, एसी – 4 , गायत्री मार्ग, जिला परिषद् के सामने, बनीपार्क, जयपुर (राजस्थान) 302016 |
फ़ोन न. | 0141-2202271 |
ईमेल | pashudhan2015@gmail.com |
UP Pashudhan recruitment 2021
पशुधन विभाग की वेबसाइट www.pashudhanuttarpradesh.com किसी कारणों से बंद कर दी गयी है तो पशुपालन से सम्बंधित नौकरी की जानकारी के लिए आप पशुपालन विभाग भर्ती वेबसाइट पर जा सकते हो जहां पर आपको पशुपालन विभाग में चल रही लेटेस्ट भर्ती के बारे में सभी जानकारी मिल जाएगी।
उत्तर प्रदेश पशुधन विभाग उद्देश्य
- देसी नस्ल के पशुधन का संरक्षण व संवर्धन।
- कत्रिम गर्भधान का प्रशिक्षण देकर पशुपालको को तैयार करना।
- प्रदेश के किसानो/पशुपालको को प्रशिक्षण के माध्यम से नवीनतम तकनिकी जानकारी जैसे पशुपालन एव पशु प्रबंधन जिसके अंतर्गत उन्नत पशु गृह निर्माण, टीकाकरण, पशुओ में रोग एव रोगो की जानकारी तथा रोकथाम हेतु प्राथमिक घरेलू उपचार।
- पशुधन उत्पादन एव प्रबंधन।
- कत्रिम गर्भधान से नस्ल सुधर।
- पशुपालन को लाभप्रद बनाने के नुस्खे।
- पशुपालन में सहकारिता।
- पशु बीमा, पशु ऋण।
- पशुपालन विभाग के अनुदानित योजनाओ की जानकारी उपलब्ध करवाना।
- दुग्ध वृद्धि हेतु पशु उत्पाद विपणन।
- डेयरी विकास एवं व्यवसाय प्रबंधन ,पशु आहार ,चारा उत्पादन ,चारा विकास एवं प्रबंधन इत्यादि।
- प्रदेश में व्याप्त ग्रामीण स्तरीय बेरोज़गारी को दूर करने में सहयोग करना।
- शिक्षित ग्रामीण नवयुवको को पशुपालन के प्रति जो अरुचि हो रही है उसे दूर कर पशुपालन को व्यवसायिक रूप प्रदान करते हुए इसके साथ जोड़ना।
- उन्नत नस्ल के पशु से प्राप्त उत्पादों से पशुपालक को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाना।